लेखनी कहानी -01-Jun-2023 कातिल कौन
भाग 8
लाश और घर की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी हो जाने के बाद अब लाश की तलाशी ली गई । लाश की पैंट की जेब से एक एप्पल का मोबाइल फोन मिला । मंगल सिंह ने मोबाइल ऑन किया किन्तु वह ऑन नहीं हो पाया । शायद पासवर्ड से प्रोटेक्टेड होने से ओपन नहीं हो पाया । एप्पल का फोन मृतक की जेब से मिलने के कारण मरने वाले का स्टेटस पता चल रहा था मगर अभी तक यह पता नहीं चल पाया था कि वह है कौन ? मोबाइल उसका ही है या चोरी का है ? अभी कुछ भी पता नहीं चल पाया था । उसकी सभी जेबें टटोली गईं, मगर और कुछ हाथ नहीं लगा था ।
मंगल सिंह ने पूरे घर का मुआयना किया । सारा सामान तितर बितर हो रहा था । सभी वार्डरोब उलटी पलटी पड़ी हुई थीं जैसे किसी ने उनमें कुछ ढूंढने की कोशिश की हो । वार्डरोब का लॉकर खुला हुआ था । सक्षम और अनुपमा को वह लॉकर दिखाया गया । लॉकर पूरा खाली पड़ा था , कुछ भी नहीं था उस लॉकर में । अनुपमा उस लॉकर को देखकर पछाड़ खाकर गिर पड़ी । उसके सारे गहने गायब थे । गहनों के अलावा कुछ नकदी और कुछ दस्तावेज सभी कुछ गायब थे । एक सिपाही अनुपमा और सक्षम से पूछ पूछ कर लॉकर में रखे हुए सामान की सूची बनाने लगा । लॉकर और वार्डरोब की हालत देखकर यह निश्चित रूप से कहा जा सकता था कि उस घर में चोरी हुई है ।
लाश की जगह से खून के निशान अनुपमा के मास्टर बैडरूम तक जा रहे थे । मंगल सिंह मास्टर बैडरूम में गया । वहां से निशान बाथरूम की ओर जा रहे थे । मंगल सिंह उन निशानों का पीछा करता करता बाथरूम में चला गया तो उसे वहां पर भी खून के निशान नजर आये यद्यपि उन्हें साफ करने की कोशिश की गई थी । उसने देखा कि बाथरूम में रखी बाल्टी और टब पर भी खून के कुछ धब्बे पड़े हुए हैं । बाल्टी और टब को गौर से देखने से पता चला कि इनको खून से सने कपड़े धोने के काम में लिया गया है । वह बाथरूम के बाहर की लॉबी में आ गया । बाथरूम के बाहर लॉबी में एक तार पर कुछ कपड़े सूखते हुए नजर आए । एक पैंट और एक शर्ट तार पर लटक रही थी । वे कपड़े सक्षम के थे , उन्हें सक्षम ने पहचानलिया था । बाथरूम, बाल्टी, टब और तार पर सूखते कपड़े देखकर ऐसा लग रहा था कि मर्डर करने के बाद हत्यारा इस बाथरूम में आया था । उसने अपने खून से सने कपड़े धोये, उन्हें सुखाया और वहां से चलता बना । कपड़ों के आधार पर शक की सुंई सक्षम की ओर इशारा कर रही थी । खून से सने कपड़े , बाल्टी, टब, बाथरूम सब चीख चीखकर कह रहे थे कि हत्या सक्षम ने की है और सबूत मिटाने के लिए उसने खून से सने कपड़े धो दिए हैं । अब प्रश्न यह उठता है कि यदि सक्षम ने हत्या की है तो किसकी और क्यों की ? इस प्रश्न का जवाब अभी मिला नहीं था । सक्षम से कड़ी पूछताछ के बाद ही इस प्रश्न का जवाब मिल सकता था ।
मंगल सिंह अभी इस ऐंगल पर ही सोच रहा था कि वह घर में बनी सीढियों की ओर आया तो उसे वहां पर भी खून से सने पैरों के निशान दिखाई दिये जो ऊपर छत की ओर जा रहे थे । वह उन निशानों के पीछे पीछे चलता चला गया । वे निशान अक्षत के कमरे तक गये थे । उन निशानों को देखकर मंगल सिंह का माथा ठनक गया था । अब तो अक्षत का कमरा देखना बहुत जरूरी हो गया था इसलिए मंगल सिंह ने कड़क कर सक्षम से कहा "कमरे को खोलिए । इसकी तलाशी लेनी है" ।
जबसे सक्षम के कपड़े तार पर सूखते हुए मिले थे तब से ही सक्षम सदमे की स्थिति में आ गया था । उसके चेहरे से हवाइयां उड़ रही थीं । मकान में मिले सारे सबूत उसे कातिल ठहरा रहे थे । उसे लग गया था कि वह अब बचने वाला नहीं है । उसके कदम लड़खड़ाने लगे थे और मुंह सूख गया था । उसके मुंह में दही जम गया था और कोई बोल फूट नहीं रहे थे । वह अपने ही विचारों में मगन था । उसने मंगल सिंह की बात सुनी ही नहीं थी । वह लगभग बेहोशी की हालत में था
अनुपमा को भी यकीन नहीं हो रहा था कि सक्षम ऐसा करेगा । इतना तो हो सकता था कि वह किसी लड़की से फ्लर्ट करे । पर वह कत्ल कर देगा, ऐसा तो वह सपने में भी नहीं सोच सकती थी । तमाम सबूत तो यही कह रहे हैं कि कत्ल उसने ही किया है । पर कत्ल करने का कोई तो मकसद होना चाहिए ना ? सक्षम ने ऐसा क्यों किया होगा ? अभी तो यह भी पता नहीं चल पाया है कि जिसका कत्ल हुआ है वह कौन है और उसका सक्षम से क्या संबंध है ? जब तक लाश की शिनाख्त नहीं हो जाती तब तक किसी को भी कातिल ठहराना ठीक नहीं है ।
"अरे भई, कमरा खोलिए । कितनी बार कहना पड़ेगा ? या फिर ताला तोड़कर अंदर घुस जायें ? आप लोग पुलिस को सहयोग नहीं कर रहे हो । इसी बात पर मैं तुम दोनों को अंदर कर सकता हूं" मंगल सिंह को अब गुस्सा आ गया था । पुलिस की बात को अगर कोई व्यक्ति अनसुना कर दे तो पुलिस का गुस्सा होना वाजिब ही है । आखिर पुलिस के पक्ष में ऐसे कानून बने हुए हैं जो उन्हें ये सब करने के अधिकार प्रदान करते हैं । मंगल सिंह मन ही मन खुश हो रहा था आखिर उसे अनुपमा पर शिकंजा कसने का मौका मिल रहा था । आपदाओं में भी अवसर तलाशने में मंगल सिंह माहिर था । वह अनुपमा पर शिकंजा कसना चाहता था । उसके कहने के बावजूद ताला नहीं खुलना मंगल सिंह की बहुत बड़ी तौहीन थी और इसे कैसे सहन करता वह ?
मंगल सिंह को आगबबूला और सक्षम को चुप देखकर अनुपमा आगे आई और बोली
"इस कमरे की चाबियां तो अक्षत के पास हैं , हमारे पास नहीं हैं । अब आप ही बताइए कि हम ये दरवाजा कैसे खोलें " ? लगभग कांपते हुए अनुपमा ने कहा ।
"हमें कुछ पता नहीं है कि चाबियां किसके पास हैं और किसके पास नहीं ? हमें तो यह कमरा खुला हुआ मिलना चाहिए । समझे तुम ! चाबी जिसके पास हों उसे तुरंत बुलवाइये नहीं तो हम ये ताला तोड़ देंगे" । मंगल सिंह की रौबीली आवाज उन दोनों को डरा रही थी । एक तो उनके घर में कत्ल हुआ है यही सदमा कम नहीं था । दूसरे , शक की सुंई सक्षम की ओर मुड़ रही थीं और तीसरे , पुलिस का व्यवहार भी शालीन नहीं था । लेकिन कहें भी तो किससे ? शिकायत करें भी तो किससे ? यहां तो अपने ही संदिग्ध नजर आ रहे हैं ।
अनुपमा ने अक्षत को फोन मिलाया तो वह स्विच्ड ऑफ आ रहा था । उसने तीन चार बार फोन मिलाया पर वह हर बार ही स्विच्ड ऑफ बोला । थक हारकर अनुपमा बोली "उसका फोन स्विच्ड ऑफ आ रहा है" ।
"कैसे भी करके यह ताला खुलवाइये मैडम, इसी में आपकी भलाई है । तब तक हम नीचे का मुआयना करते हैं" ।
मंगल सिंह अपने साथ टीम लेकर नीचे दूसरे कमरे में चला गया । वहां उसने देखा कि पलंग की चादर अस्त व्यस्त है । मंगल सिंह को ऐसा लगा कि यहां पर कल रात में कुछ "गतिविधियां" हुई थीं । धींगामस्ती के कारण चादर में जगह जगह पर सिलवटें पड़ी हुई थीं । उसने अपनी पैनी नजरों से बैडशीट का मुआयना किया तो उसे उस बैडशीट पर कुछ "धब्बे" नजर आये । ऐसे धब्बे अमूमन रतिक्रिया करने के पश्चात पड़ते हैं बैडशीट पर । उसने उस बैडशीट को उठवा कर सुरक्षित रख लिया । उसमें लगे धब्बों की जांच की जानी थी । वे धब्बे "सीमन" के नजर आ रहे थे । ऐसा लग रहा था कि उस पलंग पर किसी ने सेक्स किया हो । किसने किया होगा कल रात सेक्स ? सक्षम ने ? अक्षत ने ? या फिर अनुपमा ने ? या जिसकी लाश पड़ी है उसने ? बड़ा गंभीर प्रश्न था । सक्षम और अनुपमा दोनों ही कल यहां नहीं थे और अक्षत का अभी कुछ पता नहीं है तो फिर सेक्स किसने किया होगा ? मामला बेहद पेचीदा होता जा रहा था । जब तक प्रयोगशाला से "सीमन" की रिपोर्ट नहीं आ जाती है, तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता है । सक्षम और अक्षत के सीमन का भी सैंपल लेना होगा । यदि यह मान भी लिया जाये कि मरने वाले ने सेक्स किया था तो अब उसका सैंपल तो लिया नहीं जा सकता है । पहले ही मामला काफी उलझा हुआ था और इस धब्बे ने इसे और अधिक पेचीदा बना दिया था ।
(अगले अंक में आप पढेंगे कि अक्षत के कमरे से क्या क्या बरामद होता है । उस बरामदगी से कहानी में कोई मोड़ आता है क्या ? )
श्री हरि
8.6.2023
Gunjan Kamal
03-Jul-2023 10:17 AM
Nice one
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Hari Shanker Goyal "Hari"
05-Jul-2023 09:39 AM
🙏🙏🙏
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डॉ. रामबली मिश्र
08-Jun-2023 06:46 PM
शानदार भाग
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Hari Shanker Goyal "Hari"
09-Jun-2023 07:24 AM
🙏🙏
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